
महात्मा गाँधी को आज कौन नहीं जनता लेकिन मोहन दास करमचंद गाँधी ऐसे ही महात्मा गाँधी नहीं बने। उन्होंने अपने जीवन को एक महात्मा के रूप में जिया। उन्होंने अपने जीवन जिस तरह जिया, वह हमारे लिए प्रेरणा के स्रोत है। आइये पढ़ते है- Mahatma Gandhi Quotes in Hindi.
Contents
- 1 महात्मा गाँधी के अनमोल विचार (Mahatma Gandhi Quotes in Hindi)
- 1.1 अनुशासन के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.2 अस्पृश्यता के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.3 खादी के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.4 डर और अभय के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.5 ग़लती के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.6 गो-सेवा के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.7 असहयोग के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.8 चिन्ता के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.9 तपस्या के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.10 अहिंसा के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.11 उपवास के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.12 किसानों के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.13 आहार के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.14 शिक्षा के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.15 क्रांति के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.16 ईश्वर के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.17 गीता के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.18 देशभक्ति के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.19 क्रोध के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.20 नवयुवकों के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.21 नियमितता के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.22 चरखा के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.23 चरित्र-निर्माण के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.24 धर्म के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.25 प्रार्थना के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.26 नम्रता के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.27 पुस्तकें के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.28 प्रेम के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.29 ब्रह्मचर्य के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.30 माता-पिता के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.31 बुद्धि के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.32 मौन के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.33 लड़ाई के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.34 मृत्यु के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.35 विद्यार्थियों के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.36 विश्वास के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.37 शिक्षा के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.38 व्रत और संयम के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.39 विवाह के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.40 सत्य के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.41 व्यायाम के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.42 शाकाहार के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.43 सत्याग्रह के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.44 शांति के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.45 श्रद्धा के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.46 स्वदेशी के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.47 सफाई के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.48 सेवा के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.49 स्त्रियों के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.50 स्वास्थ्य के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.51 हरिजन के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
- 1.52 ज्ञान के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
महात्मा गाँधी के अनमोल विचार (Mahatma Gandhi Quotes in Hindi)
अनुशासन के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 01
अनुशासन केवल सैनिक के लिए नहीं होता है बल्कि जीवन के हर क्षेत्र के लिए होता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 02
अनुशासन के बिना न तो राष्ट्र, न ही कोई संस्था और न ही कोई परिवार चल सकता है। अनुशासन इन सबको बांधे रखता है और इनके प्रगति की सीढ़ी है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 03
बाहरी दुनिया की तरह अपने मन और शरीर को भी अनुशासन में रखना चाहिए। – महात्मा गाँधी
Quotes: 04
किसी भी राष्ट्र का परिचय वहां के अनुशासित लोगो से पता चलता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 05
अनुशासन शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के होते है। ये दोनों ही किसी भी व्यक्ति के प्रशिक्षण के लिए ज़रूरी होता है। – महात्मा गाँधी
अस्पृश्यता के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 06
अगर आत्मा और इस्वर एक है तो फिर अछूत और अस्पृश्य कोई हो ही नहीं सकता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 07
अस्पृश्य वह है जो झूठ बोलता है और पाखंड करता हो। – महात्मा गाँधी
Quotes: 08
मै पूवर्जन्म की इच्छा नहीं रखता पर मुझे अगर फिर से जन्म लेना हो तो मै एक अछूत के घर जन्म लेना चाहूंगा, जिससे मै उनके कष्ट को बाँट सकूँ। – महात्मा गाँधी
खादी के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 09
हिन्दुस्तान सबसे पहले अपनी पोशाक और भाषा को अपनाये। – महात्मा गाँधी
Quotes: 10
गांव की जरुरत की हर चीज़ गांव में ही बननी चाहिए। खादी इसकी पहली सीढ़ी है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 11
खादी का मतलब है देश के सभी लोगो की आर्थिक समानता और स्वतन्त्रा का आरंभ है। – महात्मा गाँधी

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डर और अभय के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 12
जब यह शरीर नश्वर है और आत्मा अमर है तो भय किसका और किसलिए। – महात्मा गाँधी
Quotes: 13
अभय रहने से मनुष्य का कोई भी, कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 14
बल तो निडरता में है, आपके शरीर से इसका कोई मतलब नहीं है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 15
अगर इस शरीर से ममता छूट जाय तो आसानी से हम अभय को उपलब्ध हो जायेगे। – महात्मा गाँधी
Quotes: 16
जो भगवान पर विश्वास रखते है वे अभय हो जाते है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 17
संसार में आधे से अधिक लोग इस लिए सफल नहीं हो पाते है। क्योकि उनमें साहस का संचार नहीं हो पता है और वे भयभीत हो जाते है। – महात्मा गाँधी
ग़लती के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 18
हमें यह सोचने की ग़लती नहीं करनी चाहिए कि हम कभी भूल नहीं कर सकते है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 19
ग़लती मान लेना, झाड़ू लगाने के समान है। यह गंदगी को बहारकर, सतह को साफ़ कर देता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 20
भूल करके आदमी सीखता तो है पर इसका यह मतलब नहीं कि जीवन भर भूल ही करता जाय और कहे कि हम सीख रहे है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 21
अपनी गलती से इन्सान बहुत कुछ सीख सकता है, बशर्ते वह इसके लिए तैयार हो। – महात्मा गाँधी
Quotes: 22
सच्चा मनुष्य वही है, जो अपनी ग़लती को मान ले और फिर उसे त्याग कर अपने में सुधार करे। – महात्मा गाँधी
गो-सेवा के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 23
गाय जैसे निरीह और उपयोगी पशु का वध करना राष्ट्र के लिए आत्मधात के समान है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 24
गो-सेवा करना अपने आप की सेवा करने के समान है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 25
गाय हिन्दू-जीवन की अहिंसकता और सादगी का प्रतीक है। – महात्मा गाँधी

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असहयोग के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 26
असहयोग एक बड़ा अस्त्र है। असहयोग का पालन तलवार की धार पर चलने के समान है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 27
असहयोग कोई निष्क्रिय (आलसी) की स्थिति नहीं है बल्कि एक सक्रिय स्थिति है। यह हिंसा से कही अधिक क्रियाशील है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 28
मैं काम करने के तरीकों, पद्धतियों और प्रणालियो से असहयोग करता हु, न की मनुष्य से। – महात्मा गाँधी
Quotes: 29
असहयोग में तो इतनी शक्ति है की छोटी से छोटी इकाइयो (परिवार) को भी भंग कर सकता है। – महात्मा गाँधी
चिन्ता के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 30
चिंता एक डायन है जो शरीर को खा जाती है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 31
चिंता मुक्ति पूर्ण समपर्ण से संभव है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 32
चिंता मनुष्य की शक्तियो को शून्य कर देती है, इसलिए इसे त्याग देना चाहिए। – महात्मा गाँधी
तपस्या के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 33
तप से संसार बड़ी से बड़ी सिद्धि प्राप्त की जा सकती है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 34
तप के बिना त्याग अधूरा ही रहता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 35
तप से मनुष्य मन के उच्च स्तर तक पहुंच सकता है। – महात्मा गाँधी

अहिंसा के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 36
उस जीवन को नष्ट करने का हमें कोई अधिकार नहीं है जिसके बनाने की शक्ति हम में न हो। – महात्मा गाँधी
Quotes: 37
अहिंसा का नियम है कि मर्यादा पर कायम रहना चाहिए। कभी भी अभिमान नहीं करनी चाहिए और हमेशा नर्म रहना चाहिए। – महात्मा गाँधी
Quotes: 38
अहिंसा प्रेम की पराकाष्ठा है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 39
जहां अहिंसा है, वहां धीरज, भीतरी शांति, भले बुरे का ज्ञान और जानकारी भी है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 40
अहिंसा निर्बल और डरपोक का नहीं, वीर का धर्म है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 41
किसी को कभी भी नहीं मारना और किसी को कभी नहीं सताना ही अहिंसा है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 42
अहिंसा में इतनी ताकत है कि यह आपके विरोधियों को भी मित्र बना लेती है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 43
अहिंसा और कायरता परस्पर विरोधी शब्द है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 44
जहां दया नहीं वहां अहिंसा नहीं हो सकती है। जितना ज्यादा दया होगी उतनी ज्यादा अहिंसा होगा। – महात्मा गाँधी
Quotes: 45
बिना अहिंसा के सत्य की खोज असंभव है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 46
जो अहिंसा पर अंत तक डटा रहेगा, उसकी विजय निश्चित है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 47
हिंसा का परिणाम जल्दी आता है जबकि अहिंसा का परिणाम देर से आता है। – महात्मा गाँधी
उपवास के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 48
उपवास का धमकी के रूप में उपयोग करना बुरा है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 49
उपवास तो आखरी हथियार है वह अपनी या दूसरों की तलवार की जगह लेता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 50
उपवास शारीरिक और आत्मिक शुद्धि के लिए आवश्यक सहयोग है। – महात्मा गाँधी
किसानों के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 51
अगर भारत को शांतिपूर्ण सच्ची प्रगति करनी है तो पैसे वाले यह समझ ले कि किसानों में ही भारत की आत्मा बसती है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 52
किसानों का शहर की ओर भागना उसकी असफलता का ढिंढोरा है। ऐसा करके वह न तो घर का रहेगा न घाट का। – महात्मा गाँधी

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आहार के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 53
आहार संतुलित और विवेकपूर्ण हो तो शरीर में कोई रोग हो ही नहीं सकता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 54
आहार शरीर के लिए है न कि शरीर आहार के लिए। – महात्मा गाँधी
Quotes: 55
पशु-पक्षी स्वाद के लिए भोजन नहीं करते है, न ही वे इतना खाते कि पेट फटने लगे। वे भोजन को स्वयं नहीं पकाते है । प्रकृति जैसा देती है वैसे ग्रहण कर लेते है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 56
संसार में जितने लोग भूख से नहीं मरते उससे ज्यादा लोग अधिक भोजन करने से मरते है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 57
इंसान की शारीरिक बनावट देखने से यह पता चलता है प्रकृति ने मनुष्य को शाकाहारी बनाया है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 58
अगर हम आहार विवेकपूर्ण नहीं करेंगे तो हममें और पशु में कोई अंतर नहीं है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 59
जब तक आहार में स्वाद की प्रधानता रहेगी तब तक उसमे सात्विकता आ ही नहीं सकता है। – महात्मा गाँधी
शिक्षा के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 60
मै उच्च शिक्षा उसी को कहूंगा जिसे पाकर इन्सान विनम्र, परोपकारी, सेवाभावी और कार्यतत्पर बन जाय। – महात्मा गाँधी
क्रांति के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 61
क्रन्तिकारी की प्रशंसा मै तभी करूँगा, यदि वह अहिंसक है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 62
क्रांति तो युगों के बाद आती है और वह मनुष्य को सजग कराने और सुधारने के लिए आती है। – महात्मा गाँधी

ईश्वर के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 63
मनुष्य को प्रयत्न करना चाहिए और ईश्वर पर भरोसा रखना चाहिए। – महात्मा गाँधी
Quotes: 64
जिसको ईश्वर बचाना चाहता है, उसे कौन मिटा सकता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 65
जिस ईश्वर ने अपने लाखों लोगों की सहायता की है, वह क्या तुम्हें छोड़ देगा। – महात्मा गाँधी
Quotes: 66
ईश्वर की इस दुनियाँ में कहीं भी सदा रात नहीं रहती है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 67
जब तक ईश्वर हमारी रक्षा करता है, मारनेवाला कितना भी बलवान हो, हमें मार नहीं सकता। – महात्मा गाँधी
Quotes: 68
हम सोते है तब भी ईश्वर हमारी चौकीदारी करता है। फिर हम क्यों डरे? – महात्मा गाँधी
Quotes: 69
जो ईश्वर में विश्वास रखता है, वह बीमारी का भी सद्पयोग कर लेता है। वह बीमारी से कभी नहीं हारता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 70
जहां प्रेम है, वहीं ईश्वर है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 71
मै मानवता की सेवा के माध्यम से ही ईश्वर का साक्षात्कार का प्रयास कर रहा हु। क्योकि मै जानता हुं कि ईश्वर न तो स्वर्ग में है और न ही पाताल में है, वह हर किसी के दिल में मौजूद है। – महात्मा गाँधी
गीता के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 72
गीता तो रत्नों की खान है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 73
मन पर निंयत्रण करना सबसे कठिन काम है। इसके लिए उत्तम उपाय गीता का अध्ययन करना है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 74
अगर मुझे संसार की एक सर्वश्रेष्ठ पुस्तक चुनना हो तो मै गीता को चुनुँगा। – महात्मा गाँधी
देशभक्ति के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 75
देशभक्ति मनुष्य का पहला गुण है। इसके बिना वह दुनियाँ में सिर उठाकर नहीं चल सकता। – महात्मा गाँधी
Quotes: 76
दुनिया में देशभक्तो ने आज़ादी का मार्ग प्रशस्त किया है। – महात्मा गाँधी

क्रोध के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 77
क्रोध से बदले की भावना बढ़ती है और उसके भयंकर परिणाम होते है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 78
क्रोध पाप का मूल कारण है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 79
हम जन्तुओ को तो मार डालते है पर अपने सीने में छिपे क्रोध को नहीं मारते, जो सचमुच मारने की चीज़ है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 80
क्रोध को जीतने में ही सच्ची मर्दानगी है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 81
क्रोध ख़ुद को तो जलाता ही है आसपास के संबद्ध लोगो भी पीड़ित कर देता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 82
क्रोध एक प्रकार का रोग है जिसे क्षणिक पागलपन भी कह सकते है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 83
क्रोध के बिना मनुष्य देवता के सामान है। – महात्मा गाँधी
नवयुवकों के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 84
देश के युवक अगर चाहें तो वे बड़े से बड़े सत्कार्य आसानी से सम्पन्न कर सकते है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 85
युवकों को अपने जोश का उपयोग होश के साथ करना चाहिए। – महात्मा गाँधी
नियमितता के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 86
अगर कोई मनुष्य अपना काम नियमित रूप से नहीं करता है, तो उसे सफ़लता नहीं मिल सकती। – महात्मा गाँधी
Quotes: 87
नियमितता सफलता की जननी है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 88
नियमितता जीवन की एक कसौटी है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 89
बूंद-बूंद से तालाब इसलिए भरता है क्योकि यह काम नियमित रूप से होता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 90
नियमितता के द्वारा मनुष्य बड़े से बड़ा सम्पन्न कर सकता है। – महात्मा गाँधी

चरखा के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 91
चरखा भारत की आर्थिक आज़ादी का प्रतीक है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 92
चरखे के बिना दूसरे उद्योग नहीं चल सकते है, वैसे ही जैसे यदि सूरज डूब जाए तो दूसरे ग्रह भी डूब जायेगे। – महात्मा गाँधी
Quotes: 93
चरखा तो लंगड़े की लाठी है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 94
चरखा अहिंसा का प्रतीक है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 95
खेती किसान का धड़ है और चरखा हाथ-पैर। – महात्मा गाँधी
Quotes: 96
मेरे लिए चरखे से अधिक प्रिय वस्तु कोई नहीं है। – महात्मा गाँधी
चरित्र-निर्माण के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 97
चरित्र की संपत्ति दुनिया की सारी दौलत से बढ़कर है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 98
चरित्र की रक्षा किसी भी मूल्य पर होनी चाहिए। – महात्मा गाँधी
Quotes: 99
चरित्र की सीढ़ी है सदाचरण। – महात्मा गाँधी
Quotes: 100
चरित्र जीवन की सबसे मूल्यवान वस्तु है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 101
वयक्ति के चरित्र से ही राष्ट्र का अंदाजा लगाया जा सकता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 102
शिक्षा का उद्देश्य चरित्र-निर्माण होना चाहिए। शिक्षा वही है जिसके द्वारा साहस का विकास हो, गुणों में वृद्धि हो और ऊंचे उदेश्यों के प्रति लगन जागे। – महात्मा गाँधी
धर्म के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 103
धर्म की परीक्षा दुःख में ही होती है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 104
जो धर्म सत्य और अहिंसा का विरोधी है, वह धर्म नहीं है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 105
धर्म तो उत्कृठ श्रद्धा का नाम है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 106
संकट के समय धर्म ही मनुष्य को उबार सकता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 107
धर्म भगवान तक पहुँचने का सेतु है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 108
धर्महीन मनुष्य बिना पतवार की नाव के समान है। – महात्मा गाँधी

प्रार्थना के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 109
प्रार्थना जीभ से नहीं होता है, ह्रदय से होता है। जो गूंगे और मूढ़ है, वे भी प्रार्थना कर सकते है। – महात्मा गाँधी – महात्मा गाँधी
Quotes: 110
प्रार्थना धर्म का प्राण और सार है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 111
प्रार्थना के बिना भीतरी शांति नहीं मिल सकती है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 112
प्रार्थना अपनी योग्यता और दुर्बलता को स्वीकार करना है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 113
प्रार्थना आत्मा की खुराक है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 114
प्रार्थना में असीम शक्ति है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 115
प्रार्थना याचना करना नहीं है, वह तो आत्मा की पुकार है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 116
प्रार्थना तभी प्रार्थना है, जब वह अपने आप से निकलती है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 117
प्रार्थना पश्चाताप का एक चिन्ह है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 118
मै अपना कोई काम, बिना प्रार्थना किये नहीं करता हु। – महात्मा गाँधी
Quotes: 119
प्रार्थना आत्मशुद्धि का सहज और सरल साधन है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 120
मुझे शांति और सफलता प्रार्थना के द्वारा ही मिली है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 121
प्रार्थना में तल्लीन हो जाना ही असली उपासना है। – महात्मा गाँधी
नम्रता के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 122
नम्रता से मनुष्य के ऐसे बहुत से काम बन सकते है, जो कठोरता से नहीं होते है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 123
नम्रता मनुष्य का आभूषण है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 124
नम्रता अहिंसा का ही हिस्सा है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 125
नम्रता के पीछे स्वार्थ हो तो वह एक ढोंग है। – महात्मा गाँधी
पुस्तकें के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 126
पुस्तकों का मूल्य रत्नो से भी अधिक है। क्योकि बाहरी चमक-दमक दिखाते है जबकि पुस्तकें अंतकरण को प्रकाशित है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 127
कुछ पुस्तकें मेरे जीवन के लिए मार्गदर्शिका बन गई, उनमे से एक एमर्सन की “अंटू डी लॉस्ट” है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 128
गीता का मेर ऊपर काफी प्रभाव रहा है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 129
मेरे लिए तुलसी दास की रामायण भक्तिरस का बेस्ट ग्रन्थ है। – महात्मा गाँधी

प्रेम के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 130
जहां प्रेम है वहां परमात्मा है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 131
जहां प्रेम है, वहां डर का स्थान कहां ? – महात्मा गाँधी
Quotes: 132
प्रेम की गंथि से ही जगत बंधा हुआ है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 133
प्रेम जैसी पवित्र चीज संसार में कोई और नहीं है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 134
प्रेम बारे में मेरा मानना यह है कि प्रेम फूल से भी कोमल और व्रज से ज्यादा कठोर होता है। – महात्मा गाँधी
ब्रह्मचर्य के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 135
ब्रह्मचर्य का ठीक मतलब ब्रह्म की खोज है और यह खोज इंद्रियों के सम्पूर्ण संयम के बिना असंभव है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 136
ब्रह्मचर्य भी अन्य व्रतों के समान ही सत्य से निकलता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 137
अहिंसा का पूरा पालन ब्रह्मचर्य के बिना नामुमकिन है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 138
ब्रह्मचर्य का पालन मन, वचन और कर्म से करना चाहिए। – महात्मा गाँधी
Quotes: 139
ब्रह्मचारी को जीने के लिए ही खाना चाहिए। – महात्मा गाँधी
Quotes: 140
ब्रह्मचर्य जीवन की पहली सीढ़ी है। इसके बिना आदमी शिखर तक नहीं पहुंच सकता है। – महात्मा गाँधी
माता-पिता के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 141
माता-पिता कभी संतान का बुरा नहीं चाहते है इसलिए उनके बातो की कद्र करना चाहिए। – महात्मा गाँधी
Quotes: 142
माता-पिता की सेवा पुत्र का प्रथम कर्तव्य है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 143
माता-पिता का ऋण संतान जिंदगी भर चूका नहीं सकता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 144
संतान के लिए तो माता-पिता ही प्रथम गुरु और पूजनीय है। – महात्मा गाँधी

बुद्धि के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 145
बुद्धि के बिना मनुष्य अपंग के समान है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 146
पहला ह्रदय है उसके बाद बुद्धि है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 147
जिसमे शुद्ध श्रद्धा है उसकी बुद्धि तेजस्वी होगी। – महात्मा गाँधी
Quotes: 148
जो बुद्धि के परे है वहां श्रद्धा काम आती है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 149
बुद्धि तो ह्रदय की दासी है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 150
जिसमे बुद्धि नहीं है, उसमे बल नहीं है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 151
बुद्धि का दुरुपयोग हुआ तो दुनियाँ में बहुत सारे अनर्थ हो सकते हैं। – महात्मा गाँधी
मौन के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 152
मौन से कलह का नाश होता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 153
जहां तक हो सके वहां तक मौन ही रहना चाहिए। कभी भी एक भी शब्द बेकार नहीं बोलना चाहिए। – महात्मा गाँधी
Quotes: 154
बोलना एक सुन्दर कला है लेकिन मौन उससे भी ऊंची कला है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 155
मौन के द्वारा इन्द्रियों पर नियंत्रण आसान हो जाता है। – महात्मा गाँधी
लड़ाई के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 156
लड़ाई विनाश की जड़ है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 157
लड़ाई चाहें दो व्यक्तियो के बीच हो या दो राष्ट्रों के बीच में हो, उसकी तह में बर्बादी ही छिपा रहता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 158
लड़ाई ने बड़े-बड़े राष्ट्रों के नामोनिशान मिटा देता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 159
लड़ाई सभी उपद्रवों की जननी है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 160
लड़ाई मनुष्य की सबसे बरी शत्रु है। – महात्मा गाँधी

मृत्यु के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 161
जिंदगी और मौत एक ही सिक्के के दो पहलु है। बिना उथल-पुथल के जीवन किस काम का। – महात्मा गाँधी
Quotes: 162
मनुष्य के विकास के लिए जीवन जितनी ही मृत्यु का होना आवश्यक है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 163
मौत ईश्वर की अमर देंन है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 164
मौत कभी टाली नहीं जा सकती है, वह तो हमारा मित्र है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 165
मृत्यु जीवन की जननी है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 166
मृत्यु केवल निद्रा और विस्मृति है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 167
मृत्यु जीवन की माँ है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 168
मृत्यु हमारी जीवन संगिनी है, वह हमें नवजीवन का उपहार भी दे जाती है। – महात्मा गाँधी
विद्यार्थियों के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 169
विद्यार्थी को आलस्य से दूर रहना चाहिए। – महात्मा गाँधी
Quotes: 170
विद्यार्थी भविष्य की आशा है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 171
विद्यार्थी अपने अंदर सेवा भाव विकसित करे। – महात्मा गाँधी
Quotes: 172
विद्यार्थी-जीवन में पान, सिगरेट या शराब की आदत डालना आत्मघात के सामान है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 173
विद्यार्थी खादी पहने और स्वदेशी वस्तु का ही उपयोग करे। – महात्मा गाँधी
Quotes: 174
विद्यार्थी को किसी न किसी महान व्यक्ति को अपने जीवन का आदर्श बनाए। – महात्मा गाँधी
विश्वास के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 175
विश्वास से पहाड़ भी हिल सकता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 176
अपना विश्वास कभी मत खोइए। उसे हमेशा बनाये रखे। – महात्मा गाँधी
Quotes: 177
विश्वास के बिना मनुष्य उस बूंद के समान है जो समुद्र से अलग हो चुका है, जिसका नष्ट होना निश्चित है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 178
विश्वास के बिना कोई भी भी व्यवहार और व्यापार नही चल सकता है। – महात्मा गाँधी

शिक्षा के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 179
जिस शिक्षा से आर्थिक, समाजिक और आध्यत्मिक मुक्ति मिलती है, वही वास्तविक शिक्षा है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 180
शिक्षा एक योग है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 181
शिक्षा का उदेश्य आत्मोन्नती होनी चाहिए। – महात्मा गाँधी
Quotes: 182
संगीत के बिना शिक्षा अधूरी है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 183
शिक्षा का विषय चरित्र का निर्माण करना है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 184
शिक्षा के बिना मानव मस्तिष्क का विकास नहीं सकता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 185
शिक्षा ऊंचा गुण है, लेकिन चरित्र उससे ऊपर है। – महात्मा गाँधी
व्रत और संयम के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 186
कोई भी प्रतिज्ञा करना या व्रत करना बलवान का काम है, निर्बल का नहीं। – महात्मा गाँधी
Quotes: 187
संयम के बिना व्रत असंभव है। संयम से व्रत पूरा करने बल मिलता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 188
जो मनुष्य मन से दुर्बल होता है वह संयम का पालन नहीं कर पाता है लेकिन जिसके मन में लगन हो, वह अभ्यास से संयम-पालन सीख लेता है। – महात्मा गाँधी
विवाह के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 189
विवाह दो वयक्तियों का आधात्मिक और शारीरिक मिलन है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 190
विवाह की उपेछा नहीं करनी चाहिए, उसे जीवन में उचित स्थान देना चाहिए। – महात्मा गाँधी
Quotes: 191
विवाह की जिम्मेदारियों से भागना कायर का काम है। – महात्मा गाँधी

सत्य के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 192
सत्य ही ईश्वर है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 193
पृथ्वी सत्य पर टिकी हुई है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 194
अगर सम्पूर्ण सत्य का पालन किया जाय, तो क्या नहीं हो सकता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 195
अगर हमारे जीवन में सच्चाई है, तो यह लोगों को प्रभावित करेगा। – महात्मा गाँधी
Quotes: 196
सत्य एक विशाल वृक्ष है। जिसकी जैसे-जैसे सेवा की जाती है वैसे-वैसे उसमें अनेक फल आते हुए दिखाई देते है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 197
सत्य के पालन में ही शांति है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 198
सत्य ही धर्म की सच्ची प्रतिष्ठा है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 199
सत्य न होता तो यह जगत भी न होता। – महात्मा गाँधी
Quotes: 200
अपने आप को जान लेना सत्य को पहचानना है। – महात्मा गाँधी
व्यायाम के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 201
व्यायाम, शरीर के लिए उतना ही आवश्यक है जितना हवा, पानी और भोजन। – महात्मा गाँधी
Quotes: 202
व्यायाम शारीरिक स्वास्थ की कुंजी है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 203
व्यायाम के बिना दिमाग वैसे ही कमजोर पड़ जाता हैं, शरीर। – महात्मा गाँधी
Quotes: 204
तंदुरुस्त दिमाग का तंदुरुस्त शरीर में होना ही निरोगता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 205
शारीरिक और मानसिक व्यायाम एक सीमा के अंदर करना चाहिए। – महात्मा गाँधी
शाकाहार के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 206
शाकाहार से हमारे अंदर हिंसात्मक विचार नहीं आते। – महात्मा गाँधी
Quotes: 207
शाकाहार मनुष्य को निरोग और दीर्धजीवी बनाता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 208
शाकाहार एक स्वाभाविक वृति है। – महात्मा गाँधी

सत्याग्रह के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 209
सत्याग्रह बल-प्रयोग के बिलकुल विपरीत है। हिंसा के पूर्ण त्याग से ही सत्याग्रह की कल्पना की जा सकती है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 210
सत्याग्रह कभी भी व्यर्थ नहीं जाता। – महात्मा गाँधी
Quotes: 211
सत्याग्रह करने से पहले मनुष्य को बहुत-सी तैयारियां करनी पडती है जिन्हे समझकर ही आगे बढ़ना चाहिए। – महात्मा गाँधी
Quotes: 212
मेरा विश्वास है कि सत्याग्रह एक दिन विश्व शक्ति बन जायेगा। – महात्मा गाँधी
Quotes: 213
मैंने बहुत सारे प्रयोग के बाद जिन दो अस्त्रों को पाया है, वह है सत्याग्रह और असहयोग। – महात्मा गाँधी
शांति के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 214
शांति बाहर की किसी चीज़ से नहीं मिलती। वह आंतरिक है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 215
शांति तभी मिल सकती है, जब मनुष्य का वृतियों पर नियंत्रण हो। – महात्मा गाँधी
Quotes: 216
अपनी आवश्यकताए कम करके आप वास्तविक शांति प्राप्त कर सकते है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 217
संसार की उथल-पुथल में रहते हुए भी जो मनुष्य अपनी मानसिक शांति को क़ायम रख सके, वही सच्चा पुरुष है। – महात्मा गाँधी
श्रद्धा के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 218
जिसके पास श्रद्धा है उनके कंधों से सारी चिंताएं मिट जाती है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 219
जहां श्रद्धा नहीं, वहां धर्म नहीं। धर्म के मूल में श्रद्धा ही है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 220
श्रद्धा का अर्थ है आत्म्विश्वास, और आत्म्विश्वास का अर्थ है ईश्वर पर विश्वास। – महात्मा गाँधी
Quotes: 221
श्रद्धा की कसौटी यह है कि अपना फर्ज अदा करने के बाद जो भी भला या बुरा होता है, उसे इन्सान स्वीकार कर ले। – महात्मा गाँधी
Quotes: 222
श्रद्धा के बिना ज्ञान अधूरा है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 223
श्रद्धावान वही है जो कठिन परिस्तितियों में भी डिगे नहीं। – महात्मा गाँधी

स्वदेशी के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 224
किसी भी भारतीय को स्वदेशी वस्तु के उपयोग के लिए उपदेश देना पड़े तो यह उसके लिए शर्म की बात है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 225
स्वदेशी वही है जो शुद्ध स्वदेशी हो। – महात्मा गाँधी
Quotes: 226
स्वदेशी-व्रत निर्वाह तभी हो सकता है। जब विदेशी चीज़ का इस्तमाल न किया जाय। – महात्मा गाँधी
Quotes: 227
स्वदेशी की भावना संसार के सभी स्वतंत्र देशों में है। – महात्मा गाँधी
सफाई के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 228
अपना शरीर, भोजन और पानी के साथ-साथ अपने आसपास के स्थानों को भी साफ़ रखें। – महात्मा गाँधी
Quotes: 229
भगवान के बाद सफाई ही सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 230
जिसमे सफाई नहीं, उसके साथ कोई नहीं रहना चाहता। – महात्मा गाँधी
सेवा के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 231
सेवा तो मूक होना चाहिए, उसका ढ़िढोरा पीटना चाहिए। – महात्मा गाँधी
Quotes: 232
दृश्य ईश्वर क्या है? – ग़रीब की सेवा। – महात्मा गाँधी
Quotes: 233
जो सेवा करेंगे उनका पतन नहीं हो सकता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 234
मुझे सेवा धर्म प्रिय है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 235
सेवा का भी मोह हो सकता है। मोह भाव छोड़कर ही सच्ची सेवा की जा सकती है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 236
संसार में सेवा से बढ़कर मनुष्य को द्रवित करने वाली कोई और चीज़ नहीं है। – महात्मा गाँधी
स्त्रियों के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 237
स्त्री को अबला कहना उसका अपमान है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 238
स्त्री अहिंसा मूर्ति है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 239
स्त्री अगर निर्भय हुई तो उसका कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता। – महात्मा गाँधी
Quotes: 240
स्त्री साक्षात् त्याग है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 241
स्त्री पुरुष की ग़ुलाम नहीं बल्कि सहधर्मणि, अर्धनगिनी और मित्र है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 242
स्त्री-पुरुष एक दूसरे के पूरक है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 243
किसी भी पुरुष का पर स्त्री से सम्बन्ध जोड़ना पाप है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 244
भारत के धर्म और संस्कृति को स्त्रीयों ने टिका रखा है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 245
स्त्री चाहें तो संसार को आनंदमय बना सकती है। – महात्मा गाँधी
स्वास्थ्य के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 246
अगर स्वास्थ्य ठीक रखना है तो नियमित और सादा आहार ले और नशीली चीजों से दूर रहे। – महात्मा गाँधी
Quotes: 247
शरीर संसार का एक छोटा सा नमूना है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 248
शरीर का निरोग और दीर्घायु होना विषय-रहित परिणाम है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 249
स्वस्थ वही है जो बिना थकान के दिन-भर शारीरिक और मानसिक मेहनत कर सके। – महात्मा गाँधी
Quotes: 250
शरीर के स्वस्थ होने का मतलब यह है कि मनुष्य की इंद्रिया और मन भी स्वस्थ हो। – महात्मा गाँधी
Quotes: 251
अच्छे स्वास्थ्य के लिए ब्रम्हचर्य का पालन बहुत जरुरी है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 252
हमें यह शरीर इसलिए मिला है कि हम इसे भगवान की सेवा में लगाएं। हमारा यह फर्ज़ है कि हम इसे शुद्ध और स्वस्थ रखें। जब समय आये इसे उसी भांति शुद्ध रूप में लौटा सके। – महात्मा गाँधी
हरिजन के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 253
इसे मै अच्छा संकेत मानता हु कि हरिजन खुद जाग गये है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 254
केवल जन्म के कारण किसी मनुष्य अछूत नहीं माना जा सकता है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 255
अछूतो को अल्पमत नहीं माना जा सकता। – महात्मा गाँधी
Quotes: 256
हरिजनों को खूब जोश के साथ अपने अंदर सुधार करना चाहिए जिससे किसी को यह कहने का हक़ न रहे कि उसके अंदर यह बुराई है। – महात्मा गाँधी
ज्ञान के ऊपर महात्मा गाँधी के विचार
Quotes: 257
ज्ञान की कोई सीमा नहीं होती। – महात्मा गाँधी
Quotes: 258
बिना ज्ञान के सही स्वन्त्रन्ता नहीं मिलती। – महात्मा गाँधी
Quotes: 259
ज्ञान ही प्रकाश है। उसके बिना हम एक कदम भी नहीं चल सकते है। – महात्मा गाँधी
Quotes: 260
जो ज्ञान केवल दिमाग में ही रह जाता है और हृदय में प्रवेश नहीं नहीं कर पाता है। वह जीवन के अनुभव में व्यर्थ सिद्ध होता है। – महात्मा गाँधी
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