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“यदि तुम, 100 साल जियो तो मै तुमसे 1 दिन कम जीना चाहूंगा क्योकि मै आपके बिना जी नहीं सकता।"
“दोस्त किताबों की तरह होने चाहिए, थोड़े हो लेकिन चुनिन्दा हो।"
“अजीब सिलसिला था, वह दोस्ती का साहिब, जो कुछ दूर चला और इश्क में बदल गया।"
“कुछ तो बात है तेरी फितरत में ऐ दोस्त, तूझे याद करने की खता हम बार बार कर लेते है।"
“मुझ में कमजोरियां मत ढूँढ़ मेरे दोस्त, एक तू भी शामिल है मेरी कमजोरियों में।"
“मुसीबत के समय ही वास्तविक दोस्ती दिखाई देती है; समृद्धि के वक्त तो हर कोई आपका दोस्त होता है।"